Thursday, November 15, 2007

क्या यही जिंदगी है ...

आज हमारे पास मोबाइल तो है सबसे बात करने क लिए, पर वक़्त नही है किसी की बात सुनने और अपनी बात कहने का। आज हमारे पास internet तो है दुनिया से जुड़ने के लिए पर पड़ोस में क्या चल रहा है ये हमे नही पता। दुनिया को हमने satellite से जोड़ दिया पर दिल से दिल के तार जोड़ने का वक़्त नही।

पैसा तो बहुत कमाया पर कभी शांति नही मिली, कभी अपने आपको जिंदगी जीने का मौका ही नही दिया। तरक्की के लिए जोड़-तोड़ की पर कभी बिखरे हुए रिश्तों को जोड़ने का प्रयास नही किया। काम के लिए, पैसे के लिए दुनिया के कोने-कोने में गए पर घर पर इंतज़ार कर रहे लोगो के बारे मे कभी सोचा ही नही। दुनिया के लिए समय है, पर अपने आपको जानने का समय नही है। हर तरह कि किताब पढी, दुनिया भर का ज्ञान समेटा, पर खुद को पढ़ने का सोचा भी नही। सब कुछ पाया पर फिर भी कही कुछ छुट गया, मन में, जिंदगी में कही कुछ खालीपन रह गया है। सब कुछ "Plan" किया पर जिंदगी के मोड़ पर आकर ऐसा लग रहा है जैसे सब बिखर गया है, हाथ से फिसल गया है। ऐसा क्यों है कि जो चाहा वो मिला पर सब पाने के बाद भी ख़ुशी नही मिली। और जो पाकर ख़ुशी मिलती, वो तो जिंदगी कि भाग दौड़ में पीछे बहुत पीछे छुट गया ... । आज जब ये सब पाने की ख्वाहिश है तो वो मिल नही सकता क्योंकि उन्हें तो मैंने जिंदगी कि दौड़ में आगे रहने के लिए पीछे किसी मोड़ पर छोड़ दिया। पर अब क्या ... कहाँ मिलेगी ख़ुशी ... कहाँ मिलेगा सब कुछ ...

3 comments:

Anonymous said...

Hi Dear, i don't 9 much abt u.
but as ur blog shows i only like to say "Jindgee main insan ko +ve hona chaheye. Kuch bhi dur nahi hota baas apne aap pe barosa aur dil main pane ki ass honi chaheye".

Duniya itni bhi badi nahi hai bass insan ko ek baar ahsas ho na chaheye aur apni galtiya maanne ki himmat aur galtiyo ko commit karne ki himamt honi chaheye.

Keep smiling......

Sanket said...

kafi hadh tak ye individual pe depend karta hai ke use jindagi main kya chahiye... aap ne jo likha hai wo sirf unke liye applicable hai jo jindagi without any aim ji rahe hai ya sirf materialistic comfort pana chahate hai...

Ruchi said...

this post is for those who are living materialistic life but at last feel that they have achieved success but not happiness. And as said in above comment if you want you can be get what you want but you have to decide what you want ...